फफूंदनाशक (Fungicides) ऐसे रासायनिक या जैविक पदार्थ होते हैं जो पौधों पर फफूंद (Fungi) के संक्रमण को रोकते या समाप्त करते हैं। ये कृषि में अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि फफूंद पौधों की बीमारियों का प्रमुख कारण है, जो फसलों की पैदावार और गुणवत्ता को प्रभावित करता है। फफूंद पौधों की पत्तियों, तनों, जड़ों और अन्य हिस्सों पर हमला करके उन्हें कमजोर बना देता है। इसके परिणामस्वरूप पौधे मर सकते हैं या उनकी उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। फफूंदनाशक का उपयोग इस संक्रमण को रोकने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
फफूंदनाशक किस प्रकार काम करते हैं?
फफूंदनाशक का कार्य मुख्य रूप से दो तरीके से होता है:
- संक्रमण को रोकना: कुछ फफूंदनाशक पौधों की सतह पर एक सुरक्षा परत बनाते हैं, जो फफूंद के प्रवेश को रोकते हैं।
- संक्रमण को समाप्त करना: कुछ फफूंदनाशक फफूंद को नष्ट करते हैं या उसे बढ़ने से रोकते हैं, जिससे पहले से संक्रमित पौधों को ठीक किया जा सकता है।
फफूंदनाशकों के प्रकार:
फफूंदनाशकों को उनकी क्रिया विधि, संरचना और कार्यक्षमता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाता है। निम्नलिखित प्रमुख प्रकार के फफूंदनाशक होते हैं:
1. संपर्क फफूंदनाशक (Contact Fungicides)
संपर्क फफूंदनाशक, जिन्हें रक्षात्मक फफूंदनाशक भी कहा जाता है, पौधों को संक्रमण से पहले उपयोग किए जाते हैं। ये फफूंद के आक्रमण से पौधों की रक्षा करते हैं। ये पौधों की सतह पर रहकर एक प्रकार का कवच बनाते हैं जिससे फफूंद पौधे में प्रवेश नहीं कर पाती। इनमें शामिल हैं:
2. प्रणालीगत फफूंदनाशक (Systemic Fungicides)
प्रणालीगत फफूंदनाशक का उपयोग उस स्थिति में किया जाता है जब पौधा पहले से संक्रमित हो चुका हो। ये फफूंदनाशक पौधे में प्रवेश करते हैं और आंतरिक रूप से काम करते हैं, जिससे स्थापित संक्रमण का उन्मूलन होता है। इनमें प्रमुख रसायन हैं:
- Carbendazim
- Hexaconazole
- Dodine
- Tuboconazole
- Difenoconazole
3. व्यापक स्पेक्ट्रम फफूंदनाशक (Broad-Spectrum Fungicides)
व्यापक स्पेक्ट्रम फफूंदनाशक ऐसे फफूंदनाशक होते हैं जिनमें संपर्क और प्रणालीगत दोनों प्रकार के गुण होते हैं। ये विभिन्न प्रकार की फफूंद को नियंत्रित करते हैं। इनका प्रयोग आमतौर पर व्यापक फफूंद नियंत्रण के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए:
- Mancozeb + Carbendazim
- Metalaxyl + Mancozeb
- Zineb + Hexaconazole
4. नवीन फफूंदनाशक (Novel Fungicides)
नवीन फफूंदनाशक नई तकनीकों और वैज्ञानिक अनुसंधानों के आधार पर विकसित किए गए हैं। ये विभिन्न फफूंद के लक्ष्य स्थलों और विविध मार्गों पर काम करते हैं ताकि बीमारियों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। इनमें निम्नलिखित फफूंदनाशक शामिल हैं:
- Kresoxim-methyl
- Picoxystrobin
- Fluoxastrobin
- Pyraclostrobin
- Trifloxystrobin
ये फफूंदनाशक बाजार में उपलब्ध उत्पादों जैसे Strobulirin और Nativo में पाए जाते हैं।
यहाँ पर दिए गए फफूंदनाशकों का उपयोग विभिन्न फसलों पर किस समय और किस मात्रा में करना चाहिए, इसका विवरण नीचे दी गई तालिका में प्रस्तुत किया गया है:
फफूंदनाशक | प्रभावी फसलें | मात्रा (प्रति लीटर पानी) | प्रयोग का समय |
---|---|---|---|
Mancozeb | आलू, टमाटर, अंगूर, मिर्च, गन्ना | 2-3 ग्राम | रोग के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर, 7-10 दिन के अंतराल पर |
Captan | सेब, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, टमाटर | 2 ग्राम | बुवाई के समय और फसल की वृद्धि के प्रारंभिक चरणों में |
Zineb | आलू, टमाटर, प्याज, गोभी | 2-3 ग्राम | फसल वृद्धि के प्रारंभिक चरणों में, रोग के लक्षण दिखने पर |
Ziram | सेब, नाशपाती, अंगूर, टमाटर | 2 ग्राम | रोग की रोकथाम के लिए प्रारंभिक चरण में उपयोग करें |
Propineb | आलू, टमाटर, अंगूर, खीरा | 2-3 ग्राम | रोग के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर |
Carbendazim | गेहूं, चावल, मूंगफली, कपास | 1-2 ग्राम | बुवाई के समय और रोग के शुरुआती लक्षण दिखने पर |
Hexaconazole | सेब, अंगूर, चाय, केले | 1 मिली | फसल की वृद्धि के दौरान और रोग के शुरुआती चरण में |
Dodine | सेब, नाशपाती | 1-2 ग्राम | रोग के शुरुआती लक्षण दिखने पर, 10-15 दिन के अंतराल पर |
Tuboconazole | गेहूं, जौ | 0.5-1 मिली | बुवाई के समय और रोग के प्रारंभिक चरण में |
Difenoconazole | सेब, आलू, टमाटर, अंगूर | 0.5-1 मिली | रोग की रोकथाम के लिए प्रारंभिक चरण में |
Mancozeb + Carbendazim | चावल, मूंगफली, कपास, आलू | 2 ग्राम | फसल के प्रारंभिक वृद्धि चरण में और रोग के लक्षण दिखने पर |
Metalaxyl + Mancozeb | आलू, टमाटर, प्याज | 2-3 ग्राम | रोग के शुरुआती लक्षण दिखने पर, 7-10 दिन के अंतराल पर |
Zineb + Hexaconazole | गेहूं, चाय, आलू, टमाटर | 2 ग्राम | रोग के रोकथाम के लिए और लक्षण दिखने पर |
Kresoxim-methyl | अंगूर, सेब, आलू, चाय | 0.5-1 मिली | फसल की वृद्धि के समय और रोग के शुरुआती लक्षण दिखने पर |
Picoxystrobin | मक्का, चावल, गेहूं | 0.5-1 मिली | रोग के लक्षण दिखने पर, 10-12 दिन के अंतराल पर |
Fluoxastrobin | गेहूं, आलू, चावल | 0.5-1 मिली | रोग के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर |
Pyraclostrobin | चावल, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का | 1 मिली | फसल के प्रारंभिक चरण में रोग की रोकथाम के लिए |
Trifloxystrobin | सेब, अंगूर, टमाटर, मिर्च | 0.5-1 मिली | रोग की रोकथाम और शुरुआती लक्षण पर |
नोट: प्रत्येक फफूंदनाशक का उपयोग फसल की वृद्धि के समय और रोग की स्थिति के आधार पर किया जाता है। किसी भी फफूंदनाशक का उपयोग करने से पहले उत्पाद की सिफारिशों और स्थानीय कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।
निष्कर्ष:
फफूंदनाशक पौधों की फफूंद जनित बीमारियों से सुरक्षा और उपचार के लिए आवश्यक होते हैं। अलग-अलग प्रकार के फफूंदनाशकों का चयन फसल, बीमारी और फफूंद के प्रकार के आधार पर किया जाता है। कृषि उत्पादकता में वृद्धि के लिए फफूंदनाशकों का सही और समय पर उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।