भारत विविध मौसम और भौगोलिकता का देश है। यहाँ एक ओर बर्फीली पहाड़ियाँ हैं तो दूसरी ओर रेगिस्तान और समुंद्र तट भी हैं। वर्षा का अनुभव भी इसी प्रकार भिन्न है। कुछ शहरों में जहाँ हल्की वर्षा होती है, वहीं कुछ ऐसे शहर भी हैं जहाँ अत्यधिक वर्षा होती है। आइए जानते हैं भारत के उन 10 शहरों के बारे में, जहाँ सबसे अधिक वर्षा होती है।
1. मावसिनराम, मेघालय
मावसिनराम को विश्व का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान माना जाता है। मेघालय राज्य में स्थित यह गांव प्रति वर्ष लगभग 11,871 मिमी वर्षा प्राप्त करता है। यहाँ बारिश इतनी ज्यादा होती है कि स्थानीय लोग खुद को सूखा रखने के लिए मोटी छतरी और बांस के बने ढाल का इस्तेमाल करते हैं। मानसून के मौसम में तो यहाँ पूरी दिन बारिश होती है।
2. चेरापूंजी, मेघालय
मावसिनराम के नजदीक ही स्थित चेरापूंजी भी विश्व के सबसे वर्षा वाले स्थानों में से एक है। यहाँ की वार्षिक औसत वर्षा लगभग 11,777 मिमी है। पहले इसे सबसे अधिक वर्षा वाले स्थान के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब मावसिनराम इसे पीछे छोड़ चुका है। चेरापूंजी में बादल और कोहरे का सुंदर नजारा देखने को मिलता है। यहाँ के झरने और गुफाएं प्रमुख आकर्षण हैं।
3. अगुम्बे, कर्नाटक
अगुम्बे दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक छोटा सा गांव है। इसे दक्षिण का चेरापूंजी भी कहा जाता है। यहाँ हर साल लगभग 7,620 मिमी तक वर्षा होती है। अगुम्बे का वातावरण हमेशा हरा-भरा और ठंडा रहता है। यहाँ के जंगल और जैव विविधता इसे खास बनाते हैं। इस क्षेत्र में भारतीय वर्षावन का अद्भुत अनुभव मिलता है।
4. पासिगाट, अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश का पासिगाट शहर ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसा है और यहाँ सालाना करीब 4,388 मिमी वर्षा होती है। यहाँ का मानसून मौसम बहुत ही सुहावना होता है। पासिगाट की हरी-भरी पहाड़ियाँ, बहती नदियाँ और झरने इस शहर को खास बनाते हैं। यह स्थान एडवेंचर के शौकीनों के लिए आदर्श है।
5. महाबलेश्वर, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के पश्चिमी घाटों में स्थित महाबलेश्वर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और भारी वर्षा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ सालाना लगभग 5,618 मिमी तक वर्षा होती है। महाबलेश्वर का मौसम सालभर ठंडा और सुहावना रहता है, जिस कारण यह पर्यटकों का मुख्य आकर्षण बन गया है। यहाँ के पहाड़, झरने, और हरियाली मन मोह लेते हैं।
6. नाम्ची, सिक्किम
सिक्किम के दक्षिणी भाग में स्थित नाम्ची शहर सालाना करीब 3,800 मिमी वर्षा प्राप्त करता है। यहाँ का वातावरण सालभर ठंडा रहता है और मानसून के मौसम में अत्यधिक वर्षा होती है। नाम्ची का सौंदर्य और शांति इसे अन्य स्थानों से अलग बनाते हैं। यहाँ के मठ और झीलें प्रमुख आकर्षण हैं।
7. कर्जत, महाराष्ट्र
कर्जत महाराष्ट्र का एक सुंदर शहर है, जहाँ लगभग 4,500 मिमी तक वर्षा होती है। मानसून के समय यहाँ का मौसम बहुत ही रमणीय हो जाता है। यहाँ के हरे-भरे पहाड़, घुमावदार रास्ते और झरने इसे एक बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाते हैं। कर्जत में पर्यटक ट्रेकिंग और कैम्पिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
8. लोनावला, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र का लोनावला भी भारी वर्षा वाले स्थानों में गिना जाता है। यहाँ सालाना लगभग 4,000 मिमी वर्षा होती है। लोनावला अपने सुंदर प्राकृतिक दृश्यों, हरी-भरी पहाड़ियों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। मानसून के दौरान यहाँ का नजारा और भी आकर्षक हो जाता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।
9. जोरहाट, असम
असम के जोरहाट में हर साल लगभग 2,800 मिमी वर्षा होती है। यह स्थान अपनी चाय बागानों और हरी-भरी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। जोरहाट का मौसम मानसून में बेहद सुखद होता है और चाय के शौकीनों के लिए यह आदर्श जगह है। यहाँ का शांत वातावरण और ठंडी हवाएँ मन को ताजगी देती हैं।
10. ईटनगर, अरुणाचल प्रदेश
ईटनगर, अरुणाचल प्रदेश की राजधानी है और यहाँ हर साल लगभग 3,400 मिमी वर्षा होती है। यहाँ की पहाड़ियाँ और घने जंगल इसे बहुत ही खूबसूरत बनाते हैं। मानसून के दौरान ईटनगर का मौसम सुहावना हो जाता है और पर्यटकों के लिए यह एक बेहतरीन जगह बन जाता है। यहाँ की संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य इसे अनोखा बनाते हैं।
निष्कर्ष
भारत के ये शहर अत्यधिक वर्षा के कारण अपनी अनूठी सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ का मौसम साल भर ठंडा और सुहावना रहता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है। अगर आप भी मानसून के मौसम में इन स्थानों की सैर पर जाने का विचार कर रहे हैं, तो यह एक अद्भुत अनुभव हो सकता है।