हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार ने वर्षों से सरसों की कई उन्नत किस्में विकसित की हैं, जो विभिन्न प्रकार की जलवायु और कृषि परिस्थितियों के लिए उपयुक्त हैं। ये किस्में अधिक उपज (higher yield), रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance), और उच्च तेल सामग्री (high oil content) जैसी विशेषताओं के लिए जानी जाती हैं। इस लेख में, हम HAU हिसार द्वारा जारी की गई सरसों की 10 प्रमुख किस्मों का विवरण देंगे, जिनमें उनकी बुवाई का समय (sowing time), उपयुक्त क्षेत्र (suitable area), उत्पादन क्षमता (yield potential), और विशेषताएँ (features) शामिल हैं। इन किस्मों को नवीनतम से पुरानी तक क्रमबद्ध किया गया है।
1. RH 725 (वर्ष 2020)
वर्ष जारी (Year of Release): 2020
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का तीसरा सप्ताह (3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- उच्च उत्पादन क्षमता (high yield potential) और रोग प्रतिरोधकता (disease resistance) के लिए जानी जाती है।
- इसमें 40-42% तक तेल की मात्रा (oil content) पाई जाती है, जो इसे व्यावसायिक रूप से लाभदायक (commercially profitable) बनाती है।
- यह फसल 135-140 दिनों (days) में पककर तैयार हो जाती है।
- सफेद जंग (white rust) और तना झुलसा (stem rot) जैसे रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता (resistance) रखती है।
- कम सिंचाई वाले क्षेत्रों (low irrigation areas) में भी अच्छा प्रदर्शन (performance) करती है।
2. RH 749 (वर्ष 2017)
वर्ष जारी (Year of Release): 2017
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का दूसरा सप्ताह (2nd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 10-11.2 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- उच्च उत्पादन (high yield) और लचीली जलवायु परिस्थितियों (adaptable to climate conditions) के लिए उपयुक्त है।
- तेल की मात्रा (oil content) 40-42% तक होती है।
- यह फसल 135-140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
- तना झुलसा (stem rot) और सफेद जंग (white rust) के प्रति प्रतिरोधक क्षमता (resistance) रखती है।
- सूखा प्रतिरोधक (drought tolerant) और मध्यम जल प्रबंधन (medium water management) वाले क्षेत्रों के लिए आदर्श है।
3. RH 0406 (वर्ष 2016)
वर्ष जारी (Year of Release): 2016
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का तीसरा सप्ताह (3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): उत्तर भारत के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्र (dry and semi-arid regions of North India)
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 9-9.5 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- सूखा प्रतिरोधक (drought resistant) और बेहतर फली उत्पादन (better pod development) के लिए जानी जाती है।
- 130-135 दिनों में फसल तैयार होती है।
- तेल की मात्रा (oil content) लगभग 41% होती है।
- सफेद जंग (white rust) और अन्य रोगों के प्रति प्रतिरोधी (disease resistant)।
- शुष्क और उष्ण परिस्थितियों (dry and hot conditions) में अच्छा प्रदर्शन करती है।
4. RH 1019 (वर्ष 2014)
वर्ष जारी (Year of Release): 2014
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का तीसरा सप्ताह (3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 9.5-10 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- यह किस्म सूखा और गर्मी प्रतिरोधक (drought and heat resistant) है।
- फसल 130-135 दिनों में तैयार हो जाती है।
- तेल की मात्रा (oil content) 40-41% होती है।
- तना झुलसा (stem rot) और सफेद जंग (white rust) से प्रतिरोधी।
- कम सिंचाई (low irrigation) वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त।
5. RH 0749 (वर्ष 2010)
वर्ष जारी (Year of Release): 2010
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का दूसरा सप्ताह (2nd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- उच्च उपज (high yield) और 42% तक तेल की मात्रा (oil content) के लिए प्रसिद्ध।
- 130-135 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।
- सफेद जंग (white rust) और तना झुलसा (stem rot) के प्रति प्रतिरोधी।
- मध्यम से कम सिंचाई (medium to low irrigation) वाले क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करती है।
6. RH 819 (वर्ष 2008)
वर्ष जारी (Year of Release): 2008
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का दूसरा से तीसरा सप्ताह (2nd to 3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, पंजाब, राजस्थान
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 9-10 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- उच्च उत्पादन (high yield) और बेहतर तेल की मात्रा (oil content) के लिए प्रसिद्ध।
- फसल 135-140 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
- सफेद जंग और अन्य रोगों के प्रति प्रतिरोधी।
- जलवायु के प्रति लचीली (adaptable to climate conditions) और कम जल प्रबंधन (low water management) में भी उपयुक्त।
7. RH 30 (वर्ष 1989)
वर्ष जारी (Year of Release): 1989
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का दूसरा सप्ताह (2nd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, राजस्थान, पंजाब
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 7.2-8.8 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- जल्दी पकने वाली (early maturing) किस्म, जो 130-135 दिनों में तैयार हो जाती है।
- सूखा प्रतिरोधक (drought resistant) और शुष्क क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करती है।
- तेल की मात्रा (oil content) 40-42% होती है।
- सफेद जंग और तना झुलसा के प्रति प्रतिरोधी।
यहाँ मैं लेख को 800 शब्दों तक विस्तारित करता हूँ, अन्य किस्मों की जानकारी जोड़ते हुए:
8. RH 930 (वर्ष 2006)
वर्ष जारी (Year of Release): 2006
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का तीसरा सप्ताह (3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- यह किस्म मध्यम उपज (moderate yield) और रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance) के लिए जानी जाती है।
- फसल 130-140 दिनों में तैयार होती है।
- सफेद जंग (white rust) और अन्य बीमारियों के प्रति प्रतिरोधी।
- तेल की मात्रा (oil content) 40% तक होती है, जिससे यह व्यावसायिक रूप से लाभकारी है।
- कम से मध्यम सिंचाई वाले क्षेत्रों में यह अच्छी उपज देती है।
9. RH 7846 (वर्ष 2003)
वर्ष जारी (Year of Release): 2003
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का दूसरा सप्ताह (2nd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 9-10 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- उच्च उपज क्षमता (high yield potential) और उच्च तेल सामग्री (high oil content) के लिए प्रसिद्ध।
- इसमें 41% तक तेल की मात्रा होती है, जिससे यह व्यावसायिक किसानों के लिए लाभदायक होती है।
- सफेद जंग (white rust) और तना झुलसा (stem rot) के प्रति प्रतिरोधी।
- फसल 135 दिनों में पककर तैयार होती है।
- यह किस्म सूखा प्रतिरोधी (drought resistant) है और जलवायु के प्रति लचीली है।
10. RH 406 (वर्ष 1996)
वर्ष जारी (Year of Release): 1996
बुवाई का समय (Sowing Time): अक्टूबर का तीसरा सप्ताह (3rd week of October)
उपयुक्त क्षेत्र (Suitable Area): उत्तर भारत के अर्ध-शुष्क क्षेत्र (semi-arid regions of North India)
उत्पादन क्षमता (Yield Potential): 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ (quintal per acre)
विशेषताएँ (Features):
- यह किस्म रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance) के लिए जानी जाती है।
- बेहतर फली विकास (better pod development) के कारण इसमें अधिक उपज मिलती है।
- तेल की मात्रा (oil content) 40-42% तक होती है।
- यह फसल सामान्यतः 135-140 दिनों में तैयार हो जाती है।
- तना झुलसा (stem rot) और सफेद जंग (white rust) जैसी बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक है।
निष्कर्ष (Conclusion)
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार द्वारा विकसित की गई सरसों की किस्में विभिन्न क्षेत्रों और जलवायु परिस्थितियों में उन्नत उपज देने के लिए बनाई गई हैं। ये किस्में न केवल उच्च उत्पादन क्षमता (high yield potential) प्रदान करती हैं, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता (disease resistance) और बेहतर तेल की मात्रा (better oil content) के लिए भी प्रसिद्ध हैं। किसान अपनी मिट्टी और जलवायु के अनुसार इन किस्मों का चयन कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक मुनाफा और बेहतर उत्पादन प्राप्त हो सकता है।