Introduction:
हाल के दिनों में भारत की दो मसाला कंपनियां सुर्खियों में हैं, एमडीएच (MDH) और एवरेस्ट (Everest), और वजह है इनके कुछ प्रोडक्ट्स में इथाईलीन ऑक्साइड की ज्यादा मात्रा। जिससे हम इंसानों को कैंसर होने के चांसेज काफी बढ़ जाते हैं। और इस खबर के आने के बाद हमारा Spice Board एक्शन के मूड में आता दिख रहा है। और इस प्रॉडक्ट की ज्यादा मात्रा को नियंत्रित करने के लिए अब नई गाइडलाइंस निकली गई हैं।
क्या है पूरा मामला?
हॉन्ग कॉन्ग की Centre for Food Safety (CFS) ने भारत के मसालों के क्षेत्र में मशहूर ब्रांड MDH और Everest के सांभर मसाला और फिश करी मसाला में इथाईलीन ऑक्साइड की मात्रा लिमिट से ज्याद पाई गई थी। और इसके बाद इन दोनों देशों ने इन कंपनियों के कुछ प्रोडक्ट्स को अपने वहां पर बैन भी कर दिया था।
आखिर क्या होता है इथाईलीन ऑक्साइड?
इथाईलीन ऑक्साइड एक ऐसा पदार्थ है जो गैस की तरह मजूद होता है और इसका इस्तेमाल पैक्ड फूड को माइक्रोबियल कंटामिनेशन से बचाने के लिए किया जाता है। इससे पैक्ड फूड प्रोडक्ट्स बहुत जल्दी खराब नहीं होते। पर विदेशी एजेंसियों ने इस पदार्थ को पेस्टीसाइड्स के ग्रुप 1 में रखा हुआ है और इसके लिमिट से ज्यादा इस्तेमाल से हमें कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए अब India’s Spice Board एक्शन में आ गया है और इसके लिमिट में इस्तेमाल को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
क्या हैं नए दिशा निर्देश?
- Prohibition of EtO Use: सभी एक्सपोर्टर्स को सख्त हिदायत दी गई हैं कि मसालों की पैकिंग में तुरंत प्रभाव से इथाईलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल को बंद करना पड़ेगा। इसमें न सिर्फ ट्रीटमेंट को ध्यान में रखा जाएगा बल्कि ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज और पैकिंग पर पाबंदी होगी।
- Testing and Monitoring: समय समय पर EtO की रेगुलर टेस्टिंग भी की जाएगी जिसके लिए रॉ मैटीरियल को चेक किया जाएगा, प्रोसेसिंग एड्स पर नजर रहेगी और फिनिश्ड गुड्स पर भी नजर रखी जायेगी।
- Alternative Sterilization Methods: गाइडलाइंस में इस बात पर भी खासा ध्यान दिया गया है कि अगर इसकी जगह किसी और पदार्थ का इस्तेमाल पैकिंग के लिए किया जा सके तो उस पर भी सोच विचार किया जाना चाहिए।
- Critical Control Points: एक्सपोर्टर्स को ये भी कहा गया है कि वो हर उस बिंदु को चेक करे जहां से इथाईलीन ऑक्साइड की मिलावट पैक्ड फूड में की जा सके। और इसको दूर करने के लिए हर मुमकिन चेक पॉइंट्स पर काम किया जाना चाहिए।