Introduction:
दोस्तों, पौधों में न्यूट्रिएंट्स मैनेजमेंट की बात करें तो ह्यूमिक एसिड (Humic Acid) का अपना अलग ही मुकाम है।
ये एक ऐसा प्रॉडक्ट है जिसने बीते दिनों काफ़ी शौहरत हासिल की है और किसान भाइयों के फार्मिंग सिस्टम को काफ़ी बदल कर रख दिया है।
तो आखिर क्या है ये ह्यूमिक एसिड, और क्या हैं इसके फायदे हमारी फसलों में, आज के इस ब्लॉग में समझने की कौशिश करेंगे।
What Is Humic Acid?
Humic Acid एक ऐसा सब्सटेंस है, जो पौधों की ग्रोथ और डेवलपमेंट में अहम भूमिका निभाता है। ये एक सिंगल मॉलिक्यूल ना हो कर ऑर्गेनिक कंपाउंड्स का कॉम्प्लेक्स मिक्सचर है जो हज़ारों सालों के बाद plants, animals और ऑर्गेनिक मैटर के डिकॉम्पोजिशन से बनता है। मिट्टी की सतह पर जो भूरे रंग की परत होती है वो ह्यूमस कहलाता है और ह्यूमिक एसिड ह्यूमस का key component होता है। ये पौधों और जीव जंतुओं के सालों साल तक होने वाले ह्यूमिफिकेशन से बनता है जिसमें लाखों बायोलॉजिकल माइक्रो जीवाणुओं की मौजूदगी होती है।
Humic Acid एक ऑर्गेनिक पॉलिमर है।
ये एक बड़ा ऑर्गेनिक पॉलिमर है जो ब्राउन कलर का होता है। और इसका नेचर थोड़ा सा एसिडिक होता है। और ये एरोमेटिक पॉलिमर्स के एक साथ जुड़ने से बनता है। ये प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से अलग है हालांकि य दोनो भ एरोमेटिक पॉलिमर्स की असेंबली से ही बनते हैं।
ये एल्कलाइन सॉइल में तो आसानी से मिक्स हो जाता है, पर एसिडिक सॉइल में मिक्स नहीं हो पाता। ये गहरे भूरे रंग का क्रिस्टलाइन पाउडर है जो पानी में भ आसानी से घुल जाता है और गर्म कंसंट्रेटेड नाइट्रिक एसिड में भी आसानी के साथ घुल जाता है।
नेचुरल प्रॉडक्ट है।
ये एक कुदरती ढंग से बनने वाला प्रॉडक्ट है, जो पौधों की जड़ों में, उपजाऊ भूमि में और ताज़ा पानी के श्रोतों में अपने आप बनता रहता है।
पौधों के लिए न्यूट्रिएंट्स का पॉवर हाउस है।
Humic Acid को पौधों का स्पोंज 🧽 कहा जाता है, क्योंकि इसके अंदर पानी को होल्ड या पकड़ कर रखने की गज़ब की क्षमता होती है।
इसके अलावा ये macro और micro न्यूट्रिएंट्स को बेहतरीन ढंग से होल्ड करता है और जरूरत पड़ने पर फिर आसानी से रिलीज़ भी कर देता है।
जिससे पौधों में पोषक तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित होती है और साथ ही न्यूट्रिएंट्स की रीसाइक्लिंग भी बेहतर ढंग से होती है।
पौधों की जड़ों के विकास में सहायक।
अच्छी जड़ें पौधों में एक अच्छे प्लांटिंग मैटीरियल की पहचान है, क्योंकि जड़ें जितनी मजबूत होंगी, पौधा उतने बेहतर ढंग से पानी और न्यूट्रिएंट्स ज़मीन से लेगा। और Humic Acid का जड़ों के विकास में अहम योगदान है। इसके साथ ही ये पौधों की जाड़ों में माइक्रोबियल एक्टिविटी को भी बूस्ट करता है।
इसके अलावा ये जमीन से न्यूट्रिएंस को पौधों के द्वारा उठाने में मदद करता है खासतौर से भरी न्यूट्रिएंट्स जैसे आयरन को। अगर इसका इस्तेमाल सही ढंग से किया जाए तो ये पौधों की पैदावार में 70% तक बढ़ोतरी कर सकता है और फर्टिलाइजर्स और पेस्टीसाइड्स के खर्चे को 30% तक कम कर सकता है। इस तरह से ये पौधों और किसान का बेहतरीन साथी है।
जब कभी तापमान बहुत कम या बहुत ज्यादा होता होता है तो पौधों का स्ट्रेस पड़ता है जिसकी वजह से पौधों की ग्रोथ और डेवलपमेंट पर कभी असर देखने को मिलता है। पर अगर आप अपनी पौध या मुख्य फसल में ह्यूमिक एसिड का लगातार इस्तेमाल करते हैं तो आपकी फसल इन स्ट्रेस से काफी हद तक अपने आपको बचा लेती है। इसके अलावा ये हमारे पौधों में इस तरह के स्ट्रेस से प्रतिरोधकता भी पैदा करता है।
ह्यूमिक एसिड को अगर हम एक सही मात्रा में पत्तों पर छिड़काव करते हैं तो ये पौधों की पत्तियों में क्लोरोफिल पिगमेंट की मात्रा को भी बढ़ाता है जिससे फोटोसिंथेसिस (Photosynthesis) की दर बढ़ जाती है। और पौधे अपना खाना अच्छे से बना पाते हैं।
pH की Buffering Capacity को बढ़ाता है।
पौधों में pH काफी महत्वपूर्ण चीज होता है और ये निर्धारित करता है कि कौनसे न्यूट्रिएंट्स पौधों को जड़ों से मिलेंगे और कौनसे नहीं। खासतौर से माइक्रो न्यूट्रिएंस के संदर्भ में इसकी importance ज्यादा बढ़ जाती है। पर ह्यूमिक एसिड एक ऐसा कंपोनेंट्स है जो मिट्टी में मिलकर इसको न्यूट्रलाइज करने का काम करता है।
और ये पीएच को बहुत ज्यादा घटने या बढ़ने नहीं देता। pH वैल्यू का एक जगह रुक जाना या बहुत ज्यादा ना घटना और ना बढ़ना ही pH बफरिंग कहलाता है। और pH बफरिंग का पौधों की ग्रोथ और डेवलपमेंट में काफी बड़ा योगदान है।
इसके अलावा ह्यूमिक एसिड को फाल्विक एसिड के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। जहां इनकी कंसंट्रेशन Humic Acid 10% + Fulvic Acid 2% में होती है। और एक बहुत ही मशहूर कंपनी मल्टिप्लेक्स काका एक बेहतरीन प्रोडक्ट है जीवरास (JIVRAS), इस प्रॉडक्ट में य कंसंट्रेशन हमें मिल जाता है। जो पौध और सब्जियों के लिए काफी काम का एक प्रॉडक्ट है।
मिट्टी के लिए कंडीशनर की तरह करता है काम।
ह्यूमिक एसिड को मिट्टी की कंडीशनिंग के लिए एक अमेंडमेंट की तरह इस्तेमाल भी किया जाता है। ये मिट्टी में ऑर्गेनिक कंटेंट्स को बढ़ाता है और इसके साथ मिनरल्स के मोबिलाइजेशन को बढ़ावा देता है। और फिर पौधों की ग्रोथ को रेगुलेट भी करता है। ये पौधों को हार्मफुल मॉलिक्यूल्स से भी बचाता है। और ये मिट्टी में माइक्रोबियल ग्रोथ को भी बढ़ाता है।
जड़ों के विकास में होता है काफी योगदान।
पौधों में जड़ों की काफी इंपोर्टेंस है, और जड़ों के ऊपर कुछ माइक्रो स्ट्रक्चर्स होते हैं जिन्हें Root Hairs या जड़ों के बाल कहा जाता है। और इनकी मदद से ही पौधे सबसे ज्यादा न्यूट्रिएंट्स लेते हैं। इसलिए य रूट हेयर्स जितने ज्यादा और हेल्थी होंगे पौधा उतने ही ज्यादा न्यूट्रिएंट्स को जमीन से ले पाएगा। और ग्रोथ उतनी ही अच्छी होगी। ह्यूमिक एसिड नए रूट हेयर्स बनाने में काफी योगदान देता है। और पौधे मिट्टी से ज्याद जल्दी न्यूट्रिएंट्स का uptake करते हैं। और इस तरह से पौधों की ग्रोथ ज्यादा बेहतर हो जाती है। और इससे पौधों की जड़ों में पानी भ कभी समय तक रुका रहता है।
Conclusion
तो दोस्तों, Humic Acid किसान भाइयों के लिए एक अच्छा विकल्प है, खासतौर से ऑर्गेनिक फार्मिंग करने वाले किसान भाइयों के लिए।
आपकी इस ब्लॉग पर जो भी प्रतिक्रिया हो, हमें व्हाट्सएप आइकॉन पर जा कर कॉमेंट कर सकते हैं।